27-07-2022 |
आपकी अनुपस्थिति में आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान तैयार किया गया है। यह आपके नॉमिनी को आपके आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में इंश्योरेंस राशि प्रदान करेगा। हालाँकि, अगर आपकी पॉलिसी ख़त्म हो जाती है, तो लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी प्लान लाभ और लाइफ़ कवर देना बंद कर देती हैं। लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी प्लान्स कुछ कारणों की वजह से लैप्स हो जाते हैं। हालाँकि, आप अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर के नियमों और शर्तों के आधार पर इसे समय पर रिवाइव भी कर सकते हैं। यहाँ एक लैप्स हो चुकी पॉलिसी के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो आपको जानना ज़रूरी है।
लैप्स हो चुकी पॉलिसी क्या होती है?
लैप्स हो चुकी पॉलिसी एक लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान है, जिसमें डेथ और मैच्योरिटी बेनिफिट की प्रयोज्यता को अस्वीकार कर दिया जाता है। इसलिए, आपका इंश्योरेंस प्रोवाइडर लैप्स हो चुकी पॉलिसी के बदले फाइल किए गए किसी भी डेथ क्लेम को अस्वीकार कर देगा।
लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी लैप्स होने की वजह से क्या होता है?
पॉलिसी लैप्स हो जाती है, जब आपने तय तारीख से पहले लाइफ़ इंश्योरेंस में अपने प्रीमियम की पेमेंट नहीं करी होती है। समय पर प्रीमियम की पेमेंट न करने के कई कारण हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आप वित्तीय संकट में पड़ गए हों, अपने इंश्योरर द्वारा दिए गए फायदों से संतुष्ट नहीं हैं, किफायती दरों पर बेहतर लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान ढूंढ लिया है, आदि,
ऐसी परिस्थितियों में, आपको एक ग्रेस पीरियड मिलेगा, जिसमें आपका इंश्योरेंस प्रोवाइडर अभी भी आपके प्रीमियम की पेमेंट को स्वीकार करेगा और उन बेनिफिट को फिर से रिवाइव करेगा। हालाँकि, अगर आप अभी भी ग्रेस पीरियड के दौरान प्रीमियम की पेमेंट नहीं कर पाते हैं, तो लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान लेप्स हो जाएगा।
लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान में ग्रेस पीरियड क्या होता है?
लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान में ग्रेस पीरियड वह समय होता है, जो आपका इंश्योरर प्रीमियम की पेमेंट करने के लिए आपको प्रदान करता है, अगर आप नियत तारीख से पहले ऐसा नहीं कर पाते हैं। अगर आपने इस ग्रेस पीरियड के दौरान प्रीमियम की पेमेंट कर दी है, तो आपको बिना किसी असहमति के लाभ मिलेंगे। किसी भी लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान के लिए ग्रेस पीरियड आम तौर पर 30 दिन का होता है। हालांकि, यह इंश्योरर के नियमों और शर्तों के आधार पर परिवर्तन के अधीन है।
तय तारीख के तुरंत बाद ग्रेस पीरियड शुरू हो जाएगा। और लाइफ़ इंश्योरेंस के तहत मिलने वाले फ़ायदे, ग्रेस पीरियड के दौरान भी लागू होंगे।
इंश्योरेंस के लैप्स होने से कैसे बचें?
रेगुलर रूप से प्रीमियम की पेमेंट नहीं कर पाने की वजह से इंश्योरेंस लेप्स हो जाता है। ऐसी स्थितियों की वजह से बचने के लिए यहां कुछ तरीके दिए गए हैं।
अपनी पेमेंट फ्रीक्वेंसी के आधार पर अपने अकाउंट से आटोमेटिक रूप से प्रीमियम डेबिट का विकल्प चुनें। उदाहरण के लिए, अगर आप अपने प्रीमियम की पेमेंट मंथली करते हैं, तो अपनी सेलरी मिलने के बाद एक निश्चित तारीख को प्रीमियम की पेमेंट करने के लिए ऑटो-डेबिट सुविधा को ऐक्टिवेट कर सकते हैं।
अगर आपको प्रीमियम की पेमेंट मासिक, अर्ध-वार्षिक या तिमाही आधार पर करना याद नहीं रहता है, तो आप उन्हें साल में पेमेंट करना चुन सकते हैं। यह पूरे साल के लिए, यदि कोई हो, तो ज़रूरतों के लिए पर्याप्त होगा।
क्या लैप्स हो चुकी इंश्योरेंस पॉलिसी को फिर से एक्टिव करने का कोई तरीका है?
इंश्योरेंस प्रोवाइडर लैप्स हो चुकी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी को रिवाइव करने के लिए एक प्रक्रिया प्रदान करते हैं।
लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान का प्राथमिक उद्देश्य आपकी आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में आपके परिवार की आर्थिक सुरक्षा करना है। इसलिए, चूक होने की स्थिति में, इंश्योरर पॉलिसी को फिर से लागू करने का एक तरीका प्रदान करता है। हालाँकि, एक पुरानी पॉलिसी को रिवाइव करना महँगा होता है।
इंश्योरेंस प्रोवाइडर लेप्स इंश्योरेंस को रिवाइव करने के लिए चार्ज लेता है, ताकि पॉलिसी टर्म के दौरान भविष्य में लेप्स होने से बचा जा सके। अगर स्वास्थ्य कारणों से इंश्योरेंस पॉलिसी लैप्स हो जाती है, तो आपको मेडिकल टेस्ट करना पड़ सकता है।
लैप्स हो चुकी पॉलिसी के एक खास अवधि के दौरान ही रिवाइव किया जा सकता है। इसलिए, शुरुआत के दौरान अपने इंश्योरर की पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझना ज़रूरी है।
हमारे टाटा एआईए लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान खरीदने पर, आप पॉलिसी की विशेषताओं, नियम और शर्तों को ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। इसके अलावा, हमारी कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव टीम समय पर पूछताछ और किसी भी अन्य समस्या के बारे में आपकी मदद करेगी, ताकि खरीदारी का आरामदायक अनुभव मिल सके।
अपने लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान को रिवाइव करने के लिए आपको क्या करना चाहिए?
पॉलिसी खत्म होने पर आपको यहाँ दिए गए कुछ स्टेप्स का पालन करना होगा।
अपने इंश्योरेंस प्रोवाइडर को सूचित करें कि आपका लाइफ इंश्योरेंसप्लान लेप्स हो गया है।
ग्रेस पीरियड के बाद एक निश्चित अवधि के लिए फिर से एक्टिव करने की प्रक्रिया उपलब्ध है। इंश्योरर से समय और संबंधित प्रक्रिया के बारे में पूछना सुनिश्चित करें।
लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी के लैप्स होने की दरें इंश्योरेंस प्लान, प्रीमियम और पॉलिसी खत्म होने की अवधि पर निर्भर करती हैं।
लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान के बेनिफिट ऐक्टिवेट करने के लिए समय पर प्रक्रिया का पालन करना सुनिश्चित करें।
अगर आपका लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान लैप्स हो जाता है तो क्या होगा?
अब जब आपको यह पता चल गया की इंश्योरेंस के लेप्स होने का क्या मतलब है, तो आइए हम बताते हैं कि आगे बढ़ने पर क्या होता है।
आपके लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान से मिलने वाले बेनिफिट को कैंसिल करना सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण प्रभाव होता है।
अगर आपके लाइफ इंश्योरेंस प्लान में कैश वैल्यू में वृद्धि होती है, तो आपके इंश्योरर ज़रूरी प्रीमियम की पेमेंट करने के लिए कैश वैल्यू को कम कर सकते हैं, जब तक कि यह पूरी तरह से क्लियर नहीं हो जाता।
अगर आप लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान की वजह से प्रीमियम की पेमेंट नहीं कर पाए, तो इंश्योरर के नियम और शर्तों के आधार पर आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी कैंसिल हो जाएगी। अन्य मामलों में, जब आप किसी दूसरे इंश्योरेंस प्रोवाइडर से नया लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदते हैं, तो वे आपके ख़रीदने के हिस्ट्री को रिव्यु कर सकते हैं और आपली अप्लीकेशन को अस्वीकार कर सकते हैं।
लैप्स हो चुकी पॉलिसी में आमतौर पर इंश्योर द्वारा किसी रिफंड का कोई विकल्प नहीं होता है।
निष्कर्ष
लाइफ़ इंश्योरेंस एक वित्तीय साधन है जो आपकी आकस्मिक मृत्यु के दौरान आपके परिवार की सुरक्षा करता है। इसके अलावा, वित्तीय फ़ायदे से आपके प्रियजनों को लोन चुकाने, आपकी भविष्य की पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने आदि में मदद मिल सकती है। इसलिए, किसी भी समय मिलने वाले बेनिफिट का पता लगाने के लिए किफ़ायती लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान खरीदना और प्रीमियम की पेमेंट करना ज़रूरी है। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो आपका इंश्योरर प्रीमियम की पेमेंट करने के लिए ग्रेस पीरियड प्रदान करेगा।
अगर आप अभी भी प्रीमियम की पेमेंट नहीं कर पाते हैं, तो लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान लैप्स हो जाएगा। इससे आपको और आपके परिवार को मिलने वाले फ़ायदे खत्म हो जाएंगे। एक खास पीरियड के दौरान लैप्स हो चुकी पॉलिसी को रिवाइव करने का एक तरीका है। अगर आप उस पीरियड के दौरान ज़रूरी कदम उठाते हैं, तो आप अपने ज़रूरी फ़ायदों के लिए अपने लाइफ इंश्योरेंस प्लान को ऐक्टिव करवा सकते हैं!
L&C/Advt/2023/Apr/1264