5 कारण टर्म इंश्योरेंस को रिन्यू करना क्यों ज़रूरी है?
4-जून-2021 |
टर्म इंश्योरेंस क्या है?
हम अप्रत्याशित जोखिमों से ग्रस्त हैं जो कभी-कभी बिना किसी चेतावनी के हो सकते हैं. जोखिमों को कम करने के लिए, आप प्लानिंग बना सकते हैं और उचित उपाय कर सकते हैं, जैसे कि वित्तीय नुकसानों से बचने के लिए सही रास्ते पर अपने फंड को बचाना और निवेश करना.
इंश्योरेंस एक ऐसा तरीका है, जिसमें पॉलिसीहोल्डर या उनके नॉमिनी को अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण होने वाले संभावित नुकसान से आर्थिक रूप से कवर किया जाता है. टर्म इंश्योरेंस पॉलिसीहोल्डर के परिवार के भविष्य की सुरक्षा करता है, अगर उनकी असमय मृत्यु हो जाती है.
टर्म प्लान की प्रकृति यह है कि नॉमिनी को इंश्योर्ड व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनकी कमाई की क्षमता के नुकसान की भरपाई की जाए. पॉलिसीहोल्डर टर्म प्लान के तहत मिलने वाले बेनिफिट्स के बदले प्रीमियम का भुगतान करता है. आप लाइफ टर्म प्लान के प्रीमियम का भुगतान मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक रूप से कर सकते हैं.
टर्म इंश्योरेंस प्लान्स को रिन्यू किया जाना चाहिए ताकि पॉलिसी के बेनिफिट्स मिलते रहें. समय पर रिन्यू करवाने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि क्लेम के दौरान आपको किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े.. इंश्योरर ने अपने टर्म इंश्योरेंस को ऑनलाइन खरीदना और रिन्यू करना भी आसान बना दिया है.
अगर आप ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस खरीदना चाहते हैं, तो आप टाटा एआईए टर्म इंश्योरेंस ले सकते हैं.
5 कारण टर्म इंश्योरेंस को रिन्यू करना क्यों ज़रूरी है?
अगर टर्म इंश्योरेंस प्लान के प्रीमियम का भुगतान छूट जाता है, तो सभी इंश्योरेंस प्रोवाइडर्स के पास लगभग 30 दिनों का ग्रेस पीरियड होता है, जिसमें आप प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं और पॉलिसी को फिर से रिस्टोर किया जा सकता है. ग्रेस पीरियड के बाद, लाइफ टर्म प्लान लैप्स स्टेज में चला जाता है.
अगर आपका टर्म प्लान लैप्स हो गया है, तो चुनी गई पॉलिसी के प्रकार और इंश्योरर के आधार पर आपको नुकसान हो सकता है या पॉलिसी के बेनिफिट्स में कमी का सामना करना पड़ सकता है. अपने टर्म इंश्योरेंस के नियम और शर्तों की ऑनलाइन जाँच करना अच्छा अभ्यास है, ताकि आपको अपनी पॉलिसी के बारे में अच्छी जानकारी हो.
टर्म इंश्योरेंस के जरूर रिन्यू होने के निम्नलिखित कारण हैं:
- पॉलिसी बेनिफिट्स को बंद करना या कम करना
अगर प्रीमियम का भुगतान न करने की वजह से आपकी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी लेप्स हो जाती है, तो आपको डेथ बेनिफिट और अपनी पॉलिसी के साथ चुने गए अन्य बेनिफिट का नुकसान हो सकता है. अगर आपकी पॉलिसी लेप्स हो जाती है, तो क्रिटिकल इलनेस कवर, पर्सनल एक्सीडेंट कवर, या डिसएबलमेंट कवर जैसे ऐड-ऑन बेनिफिट्स बंद हो सकते हैं. कुछ इंश्योरेंस कंपनियां लैप्स हो चुके टर्म प्लान को फिर से शुरू करती हैं, लेकिन यह सुविधा इंश्योरर से इंश्योरर के अनुसार अलग-अलग होती हैं. इंश्योरेंस प्रोवाइडर के नियम और शर्तों के आधार पर, आपको अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी को फिर से रिस्टोर करवाने के लिए ब्याज़ की राशि का भुगतान भी करना पड़ सकता है.
- मेडिकल टेस्ट और केवाईसी फिर से देने पड़ सकते हैं
अगर आप अपनी पॉलिसी को समय पर रिन्यू कर रहे हैं, तो आपको बस प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा. इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आपकी हेल्थ हिस्ट्री कितनी अच्छी है, क्योंकि इंश्योरेंस प्रोवाइडर को रिन्यूअल के क्लॉज़ का पालन करना होगा. हालाँकि, अगर लाइफ टर्म प्लान लेप्स हो जाता है और उसे फिर से रिस्टोर नहीं किया जा सकता है, तो यह प्रोसेस नई पॉलिसी खरीदने जैसा होगा. ऐसा हो सकता है कि आपको अपने केवाईसी दस्तावेज़ सबमिट करने हों और फिर से मेडिकल टेस्ट करवाने पड़े.
- क्लेम फाइलिंग
दी गई समय सीमा के अंदर अपनी पॉलिसी को रिन्यू करना ज़रूरी है क्योंकि अगर आपका रिन्यूअल छूट जाता है और पॉलिसी लेप्स हो जाती है, तो इंश्योरेंस कंपनी के पास क्लेम फाइल करना संभव नहीं हो सकता है. यह पहली बार में टर्म प्लान खरीदने के उद्देश्य को विफल कर देता है. लाइफ टर्म प्लान के बेनिफिशियरी को किसी भी तरह की घटना होने पर बीमा राशि नहीं मिलेगी. रिन्यूअल की ड्यू डेट के बारे में अपडेट रहना उचित है, और ऑनलाइन टर्म इंश्योरेंस पेमेंट की सुविधाओं से आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए सुविधा मिलती है.
- प्रीमियम राशि और बीमा राशि
जब आप अपनी पॉलिसी का रिन्यूअल करते हैं, तो प्रीमियम स्थिर रहता है, यानी, आप उसी राशि का भुगतान करते हैं, जिसका भुगतान आपने टर्म प्लान खरीदते समय किया था. अपने टर्म इंश्योरेंस को समय पर रिन्यू न करने से आपकी प्रीमियम राशि बढ़ सकती है. कई कारणों से, जिनमें उम्र बढ़ना और मेडिकल हिस्ट्री में बदलाव शामिल हैं, उन्हीं पॉलिसियों के लिए प्रीमियम साइज बड़ा हो सकता है.
अपनी पॉलिसी को समय पर रिन्यू करने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि टर्म प्लान के लिए आपको प्रीमियम राशि में कोई बढ़ोतरी या अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा. कुछ मामलों में, इनकम में कमी होने पर बीमा राशि में कमी भी आ सकती है.
- टैक्स बेनिफिट्स
अपने प्रियजनों का भविष्य सुरक्षित करने के अलावा, टर्म इंश्योरेंस प्लान में एक और फ़ायदा है, टैक्स में छूट. भारत में टर्म लाइफ़ प्लान पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत 1,50,000 रुपये तक की टैक्स छूट दी जाती है.
आप क्रिटिकल इलनेस कवर जैसे ऐड-ऑन कवर की मदद से अतिरिक्त टैक्स बेनिफिट्स का क्लेम कर सकते हैं, जिसमें इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80D के तहत 25,000 रुपये तक की छूट है. अपने टर्म प्लान को समय पर रिन्यू करने से यह सुनिश्चित होता है कि आपको टैक्स बेनिफ्ट्स मिलते रहें. अगर आपकी पॉलिसी लेप्स हो जाती है, तो टैक्स बेनिफिट्स भी बंद हो जाते हैं. फाइनेंशियल पॉलिसी में हर साल बदलाव होने के कारण, हो सकता है कि आपको वे टैक्स बेनिफिट न मिलें, जो आपने रिन्यूअल स्किप करने से पहले मिलते थे.
जब आप रिन्यूअल नहीं करते हैं तो आप क्या खो देते हैं?
टर्म इंश्योरेंस प्लान्स फ़िलहाल ज़रूरी हो गए हैं क्योंकि वे किसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में हमारे प्रियजनों की सुरक्षा करते हैं. आप टर्म इंश्योरेंस के प्रीमियम की तुलना ऑनलाइन कर सकते हैं और अपनी ज़रूरतों के हिसाब से सबसे अच्छी पॉलिसी चुन सकते हैं. अपने लाइफ टर्म प्लान को रिन्यू करना उतना ही ज़रूरी है जितना कि पहली बार में पॉलिसी ख़रीदना क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि ख़रीदारी के समय आपको पॉलिसी के वही फ़ायदे मिलते रहें.
पॉलिसी रिन्यू न करने से आपको मिलने वाले फ़ायदों पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है और इससे आपके टर्म प्लान्स टर्मिनेट हो सकती है. अपनी पॉलिसी को फिर से इंस्टॉल करने पर आपको ब्याज़, शुल्क और ज़्यादा प्रीमियम देने पड़ सकते हैं. टैक्स बेनिफिट्स प्रभावित हो सकते हैं, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप क्लेम फाइल करने की क्षमता खो देते हैं, जो कि लाइफ टर्म प्लान का मुख्य उद्देश्य था.
निष्कर्ष
अपने टर्म इंश्योरेंस कवरेज को बिना किसी रुकावट के जारी रखना ज़रूरी है. इंश्योरेंस कंपनियां ग्राहकों को उनके टर्म इंश्योरेंस के रिन्यूअल की तारीखों के बारे में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी याद दिलाती हैं. पॉलिसीहोल्डर होने के नाते, रिन्यूअल की तारीखों के बारे में अप-टू-डेट रहना और भुगतान करना समझदारी की बात है. आज पेमेंट आसानी से किए जा सकते हैं और टर्म इंश्योरेंस के लिए इसे ऑनलाइन किया जा सकता है.
अगर आप अपने टर्म प्लान के प्रीमियम का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं. इंश्योरेंस कंपनी से ग्रेस पीरियड में एक्सटेंशन के लिए पूछ सकते हैं, जिसे आपके पॉलिसी के बेनिफिट्स को प्रभावित किए बिना मंज़ूरी दी जा सकती है. अपने कवरेज के बारे में अस्पष्टता को रोकने और अपने प्रियजनों की निरंतर सुरक्षा के लिए अपनी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करना हमेशा फ़ायदेमंद होता है.
L&C/Advt/2023/Jul/2337