आज, आपकी वित्तीय योजना में आपकी मदद करने के लिए बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं. वेल्थ क्रिएशन के लिए निवेश करने से लेकर बीमा प्रॉडक्ट जैसे कि चाइल्ड प्लान, &यूलिप पॉलिसी जैसे बीमा प्रॉडक्ट के साथ अपने प्रियजनों की वित्तीय स्थिति को सुरक्षित रखने तक, सुरक्षित भविष्य बनाने की दिशा में उपलब्ध रास्ते बहुत सारे हैं. लेकिन संपत्ति कमाने की अपनी कोशिश में, आपको सुरक्षा के पहलू से समझौता नहीं करना चाहिए. सुरक्षा आर्थिक रूप से स्थिर भविष्य का आधार बनती है. इसलिए, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी होना ज़रूरी है.
लाइफ इंश्योरेंस प्लान को मुख्य तौर पर दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है. पहला पूरी तरह से जोखिम कवरेज के बारे में है. दूसरा है बीमा और निवेश का मेल. दूसरी व्यापक श्रेणियों को आगे सात अलग तरह के इंश्योरेंस प्लान में विभाजित किया जा सकता है.
लाइफ इंश्योरेंस पालिसी के मुख्य प्रकार कौन से हैं?
- टर्म लाइफ इंश्योरेंस — घटनाओं से फाइनेंस की सुरक्षा करता है
- संपूर्ण जीवन बीमा — 100 साल की उम्र तक का कवरेज
- एंडोमेंट प्लान - ऑफर करता है बचत और लाइफ इंश्योरेंस के संयुक्त लाभ
- मनी-बैक प्लान - नियमित आमदनी और लाइफ कवर के दोहरे फायदे प्रदान करता है
- रिटायरमेंट प्लान - कार्य-जीवन खत्म होने के बाद आर्थिक आजादी के लिए रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद करता है
- यूलिप प्लान - लाइफ कवरेज के साथ निवेश पर बाज़ार से जुड़े रिटर्न कमाने के अवसर प्रदान करता है.
- चाइल्ड प्लान - किसी अप्रत्याशित घटना के मामले में आपके बच्चे का भविष्य सुरक्षित करता है, यह सुनिश्चित करता है कि उनकी शिक्षा पूरी तरह से बाधित न रहे
1. टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान:
यह जीवन बीमा प्लान लाभार्थी को आर्थिक क्षतिपूर्ति तभी प्रदान करता है, जब पॉलिसीधारक की पॉलिसी अवधि के दौरान असामयिक मृत्यु हो जाती है. अगर बीमाधारक पॉलिसी की समाप्ति तारीख तक जीवित रहता है, तो कवरेज समाप्त हो जाता है. ऐसे कई प्रकार हो सकते हैं, जैसे कि रिटर्न ऑफ प्रीमियम के साथ टर्म प्लान, जहां पॉलिसी की मैच्योरिटी पर प्रीमियम राशि वापस कर दी जाती है.
इस प्लान में कोई इन्वेस्टमेंट कंपोनेंट या मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं दिया गया है. इसलिए यह लाइफ इंश्योरेंस (जीवन बीमा) का सबसे किफायती रूप है.
2. संपूर्ण जीवन बीमा प्लान (व्होल लाइफ इंश्योरेंस प्लान) :
इस तरह का बीमा प्लान जीवन भर के लिए कवरेज सुनिश्चित करता है, बशर्ते पॉलिसी लागू हो. डेथ बेनिफिट देने के अलावा, एक संपूर्ण जीवन बीमा पॉलिसी में एक बचत भाग भी होता है. कैश वैल्यू टैक्स-सुविधा के आधार पर जमा होती है. आप उपार्जित नकद मूल्य को वापस लेने या उस पर लोन लेने का विकल्प चुन सकते हैं. हालाँकि, अगर लोन चुकाने से पहले बीमाधारक की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाती है, तो लाभार्थी को मिलने वाला मृत्यु लाभ (डेथ बेनिफिट_ आनुपातिक रूप से कम हो जाता है.
3. एंडोमेंट पॉलिसी:
एंडॉवमेंट प्लान में, बीमाकर्ता बीमाधारक को मैच्योरिटी की तारीख तक जीवित रहने पर भुगतान प्रदान करता है. अन्यथा, बीमित राशि (सम एश्योर्ड) का भुगतान लाभार्थी को किया जाता है.
इस बीमा विकल्प से सुरक्षा और बचत के दोहरे फ़ायदे मिलते हैं. लाइफ कवर देने के साथ-साथ, यह पॉलिसीधारक को समय के साथ नियमित रूप से बचत करने में भी मदद करता है. पॉलिसी के मैच्योर होने तक एकमुश्त राशि जमा हो जाती है. ज़्यादातर पॉलिसीकर्ता निवेश की गई राशि में गारंटीड एडिशन भी देते हैं या बोनस घोषित करते हैं, जिससे ऐसी पॉलिसियों से रिटर्न बढ़ता है.
एंडोमेंट प्लान को आमतौर पर पारंपरिक प्लान के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि ये मार्केट से जुड़े नहीं होते हैं. हालाँकि ये निवेश के माध्यम के रूप में काम करते हैं, लेकिन इससे जुड़ा जोखिम ज़्यादातर निवेश प्रॉडक्ट की तुलना में बहुत कम होता है. हालांकि टर्म प्लान की तुलना में ज्यादा महंगा है, एंडॉवमेंट प्लान बच्चे की उच्च शिक्षा, शादी, संपत्ति खरीदने आदि जैसे वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं.
4. मनी-बैक इंश्योरेंस प्लान:
मनी-बैक प्लान में, जो पैसा आपने प्रीमियम के रूप में निवेश किया है, वह गारंटीड आय के रूप में नियमित अंतराल पर आपके पास वापस आता है. आपको बीमा कंपनी द्वारा घोषित बोनस भी मिल सकता है. ऐसी पॉलिसी फंड की आपकी अंतरिम ज़रूरतों को पूरा कर सकती हैं.
5. रिटायरमेंट इंश्योरेंस प्लान:
इन प्लान से, आप अपनी नियमित सेलरी रुकने के बाद पैसा कमा सकते हैं और एक निश्चित आय पा सकते हैं. ऐसा इसलिए है, क्योंकि आपके द्वारा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम ऐसे प्लान के संचय चरण के दौरान एक बड़ी राशि का निर्माण करते हैं. इसके बाद, निहित अवधि (वेस्टिंग पीरियड) के दौरान, आपको जमा राशि से नियमित भुगतान मिलने लगते हैं.
अगर जमा होने के दौरान पॉलिसीधारक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो जाती है, तो नॉमिनी को डेथ बेनिफ़िट मिलता है। एन्युटी पेंशन प्लान से आप अपने जीवनसाथी के लिए किसी अवांछित घटना के बाद भी इनकम प्राप्त करना जारी रखने के लिए प्रावधान कर सकते हैं.
6. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप):
यूलिप के लाभ केवल सुरक्षा और धन सृजन तक सीमित नहीं हैं। आपके प्रीमियम को दो हिस्सों में बांटा गया है. एक हिस्सा आपके लाइफ कवर को सुरक्षित रखने के लिए जाता है. दूसरा बाजार से जुड़े साधनो में निवेश किया जाता है.
अगर आप यूलिप पॉलिसी की अवधि तक जीवित रहते हैं, तो आपको अपने निवेश की प्रचलित मार्केट वैल्यू मिलेगी. कैपिटल मार्किट लंबी अवधि के निवेश के ज़रिये महंगाई को एडजस्ट करने वाले रिटर्न जेनरेट करने की संभावना प्रदान करता है. जब आप अपनी पॉलिसी के लिए लंबे समय तक प्रतिबद्ध रहते हैं, तो इंश्योरर लॉयल्टी रिवॉर्ड के रूप में आपके निवेश में अतिरिक्त यूनिट भी जोड़ते हैं. यूलिप प्लान कैलकुलेटर से आपको यह पता लगाने में मदद मिलती है कि अपने जीवन के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ज़रूरी संपत्ति बनाने में आपको कितनी राशि निवेश करने की ज़रूरत है. साथ ही, वित्तीय आपात स्थितियों में, आप पांच साल के लॉक-इन चरण के बाद अपनी जमा हुई यूनिट का कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं.
किसी अवांछनीय घटना के मामले में, आपके नॉमिनी को एकमुश्त राशि मिलेगी.
7. चाइल्ड प्लान:
आप अपने बच्चे की शिशु अवस्था में ही प्लान में निवेश कर सकते हैं और अपने बच्चे के वयस्क होने के बाद बचत निकाल सकते हैं. अगर पॉलिसी पीरियड के दौरान कोई अनचाही घटना होती है, तो चाइल्ड प्लान के डेथ बेनिफ़िट से आपके बच्चे की आर्थिक ज़रूरतें पूरी हो जाती हैं. लेकिन ज़्यादातर चाइल्ड प्लान में भी मैच्योरिटी तक प्रीमियम में छूट दी जाती है, जिससे आपके बच्चे को भविष्य की मौद्रिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भुगतान मिलता है.
निष्कर्ष
सभी तरह के इंश्योरेंस प्लान खास फ़ायदे के साथ आते हैं. इतने सारे उपलब्ध विकल्पों के साथ, आपको ऐसा लाइफ इंश्योरेंस प्लान चुनना होगा, जो आपके परिवार की ज़रूरतों के हिसाब से सबसे अच्छा हो. उदाहरण के लिए, यदि आप अपने परिवार के मुख्य कमाने वाले हैं तो एक टर्म प्लान आवश्यक है. इसी तरह, अगर आपके ऊपर बढ़ती उम्र में भी वित्तीय आश्रित होने की संभावना है, तो संपूर्ण जीवन बीमा प्लान मददगार हो सकता है.
हालाँकि, यह सलाह दी जाती है कि इंश्योरर की विश्वसनीयता पर ध्यान दें और सिर्फ़ कम प्रीमियम दरों के आधार पर किसी पॉलिसी के लिए समझौता न करें. टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस के प्रीमियम सिर्फ़ किफ़ायती नहीं हैं, बल्कि कंपनी ने वित्त वर्ष 20 में लाइफ इंश्योरेंस के 99.06% क्लेम का भुगतान भी किया है. इसके अलावा, 30 जून, 2020 तक, कंपनी का सॉल्वेंसी रेशियो 2.14 था, जो आईआरडीएआई द्वारा निर्धारित न्यूनतम 1.50 से काफी ज़्यादा था. ऐसे ऊँचे आंकड़े बीमाकर्ता की पॉलिसीधारकों के प्रति अपने जिम्मेदारियों को पूरा करने की क्षमता को दर्शाते हैं. इस तरह, टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस प्लान के ज़रिए, आप अपनी ज़रूरत के समय में समय पर भुगतान करने के बारे में निश्चिंत हो सकते हैं.
L&C/Advt/2023/Mar/1050