क्या सही बीमा योजना चुनने में सहायता की आवश्यकता है? हमारे विशेषज्ञ से कॉल करें।

क्या सही बीमा योजना चुनने में सहायता की आवश्यकता है? हमारे विशेषज्ञ से कॉल करें।

NRI?

+91 dropdown arrow

प्लान चुनें dropdown arrow
  • टर्म प्लान
  • सेविंग प्लान
  • वेल्थ प्लान
  • रिटायरमेंट प्लान
  • मुझे नहीं पता/मुझे मदद चाहिए

इनकम टैक्स एक्ट की धारा 143 (1) के तहत सूचना — एक संपूर्ण गाइड | टाटा एआईए ब्लॉग

20-06-2022 |

1961 के इनकम टैक्स एक्ट के मुताबिक, भारत में सभी टैक्सपेयर — जिनमें व्यक्ति, फर्म, एसोसिएशन, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (एलएलपी), और हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) शामिल हैं, को हर साल इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) फाइल करना ज़रूरी है.

व्यक्तिगत टैक्सपेयर जो टैक्स* ऑडिट के दायरे में शामिल नहीं हैं, उनके लिए हर वित्तीय वर्ष के लिए आईटीआर फ़ाइल करने की नियत तारीख अगले वित्तीय वर्ष की 31 जुलाई है. उदाहरण के लिए, वित्तीय वर्ष 2021-22 में आईटी रिटर्न फाइल करने के लिए, नियत तारीख 31 जुलाई 2022 होगी. टैक्स* ऑडिट के दायरे में आने वाले व्यक्तियों और कंपनियों के मामले में, आईटीआर रिटर्न फाइल करने की नियत तारीख 30 सितंबर है.

हालांकि आईटीआर फाइलिंग की प्रक्रिया यहीं खत्म नहीं होती है. आपके आईटी रिटर्न फाइल करने के बाद, इनकम टैक्स विभाग आपके रिटर्न की वेरिफिकेशन शुरू करेगा. सफल वेरिफिकेशन के बाद, यह आपको एक सूचना भेजेगा, जिसमें आपको सूचित किया जाएगा कि क्या आपको आईटी विभाग से रिफ़ंड मिल सकता है या आपको कोई और टैक्स* चुकाना होगा.

यह सूचना करदाता की रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 143(1) के तहत भेजी जाती है. हालाँकि, इस जानकारी को डिक्रिप्ट करना हमेशा आसान नहीं होता है. धारा 143(1) के तहत भेजे गए नोटिस को पढ़ने और इसका मतलब समझने के लिए यहां एक पूरी गाइड दी गई है.


आपको सूचना कहां से मिलेगी?



जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, आपको इनकम टैक्स विभाग के साथ रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर धारा 143(1) के तहत भेजी गई सूचना प्राप्त होगी. आपकी रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी वह है जिसका इस्तेमाल आप इनकम टैक्स* रिटर्न फाइल करने के लिए करते हैं.

इसके अलावा, इनकम टैक्स विभाग आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस भी भेजेगा ताकि आपको सूचित किया जा सके कि आपकी टैक्स इंटिमेशन नोटिस आपके रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी पर भेज दिया गया है.


आपको सूचना कब मिलेगी?

आमतौर पर, आपको अपना इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के एक महीने के भीतर धारा 143(1) के तहत अपनी सूचना प्राप्त होगी. हालाँकि, कभी-कभी इसमें एक महीने से अधिक समय लग सकता है. भारत में मौजूदा इनकम टैक्स* कानूनों के मुताबिक, इनकम टैक्स* विभाग को एसेसेस के आईटीआर को उस वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद एक साल के अंदर प्रोसेस करना होता है, जिसमें वे फाइल किए गए हैं.

इसका मतलब है कि वित्तीय वर्ष 2020-2021 के लिए दायर आईटीआर के लिए; इनकम टैक्स विभाग के पास धारा 143(1) के तहत सूचना भेजने के लिए 2022 के 31 मार्च तक का समय है.

अगर आपको अगले वित्तीय वर्ष के 31 मार्च के बाद भी यह सूचना न मिले, तो यह नीचे बताई गई दो समस्याओं में से एक की वजह से हो सकता है:

  • या, आपको सूचना भेजने में कोई एरर हुई है. ऐसे में, आप इनकम टैक्स विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सारी जानकारी देख सकते हैं.
  • ऐसा भी हो सकता है कि आपने आईटीआर फाइल करते समय सभी दस्तावेज़ सबमिट नहीं किए हों और आईटी डिपार्टमेंट ने आपके आईटीआर को बिल्कुल भी प्रोसेस नहीं किया हो. ऐसे में, आप विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.


मैं अपने रजिस्टर किए गए ईमेल पते पर मिली जानकारी को कैसे ओपन कर सकता हूँ और पढ़ सकता हूँ?

धारा 143(1) के तहत आपको टैक्स* सूचना मिलने के बाद, आप इसे अपने पीसी या स्मार्टफ़ोन पर डाउनलोड कर सकते हैं. आप इनकम टैक्स* विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं और अपना टैक्स* सूचना नोटिस डाउनलोड करने के लिए “इनकम टैक्स सूचना 143(1) डाउनलोड” पर क्लिक कर सकते हैं.

फिर, अपना सूचना नोटिस ओपन करने के लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें::

  1. सूचना नोटिस पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड करें और फाइल पर क्लिक करें.
  2. टैक्स सूचना ओपन करने के लिए आपको एक पासवर्ड दर्ज करना होगा. आपका पासवर्ड आपका परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) होगा, इसके बाद आपकी जन्म तिथि होगी. सब कुछ लोअर केस में होगा. उदाहरण के लिए, अगर आपका पैन नंबर ABCDE1234F है और आपकी जन्म तारीख 1 अप्रैल 1982 है, तो आपका पासवर्ड “abcde1234f01041982” होगा.
  3. इसके बाद, आपको यह वेरीफाई करना होगा कि सूचना नोटिस में दी गई सभी जानकारी सही है. अपने नाम, पते और पैन पर खास ध्यान दें.
  4. पूरी जानकारी वेरीफाई करने के बाद, आप नोटिस पढ़ने की ओर बढ़ सकते हैं. आप देख सकते हैं कि नोटिस में बताई गई टैक्स* कैलकुलेशन वही है, जिनका आपने आईटीआर रिटर्न फाइल करते समय उल्लेख किया था. नोटिस में आपकी सालना इनकम और आपके द्वारा की गई टैक्स* कटौतियों को भी दिखाया जाएगा. किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर, आपको जल्द से जल्द आईटी विभाग को सूचित करना होगा.
  5. पढ़ें कि क्या आपको इनकम टैक्स विभाग से रिफ़ंड मिल सकता है या आपको सेक्शन 234F के तहत कोई और टैक्स* देना होगा.


सूचना मिलने के बाद क्या करें?

अगर आपको इनकम टैक्स* डिपार्टमेंट से रिफ़ंड मिल सकता है, तो आपको कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं है. वापसी योग्य पैसा कुछ ही महीनों में सीधे आपके रजिस्टर किए गए बैंक अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा. रिफ़ंड प्रोसेस करने के बाद डिपार्टमेंट आपको एक सूचना भेजेगा.

हालाँकि, अगर आपसे डिपार्टमेंट द्वारा कोई भी अतिरिक्त टैक्स* देने को कहा जाए, तो आपको सूचना मिलने के बाद 30 दिनों के अंदर उसका भुगतान करना होगा. अगर आप यह समय सीमा चूक जाते हैं, तो डिपार्टमेंट आपसे निम्नलिखित में से एक पेनल्टी चार्ज करता है:

  • आपके भुगतान में देरी के बाद आने वाले हर महीने के लिए 1% प्रति माह का ब्याज़
  • एक पेनल्टी जो आकलन अधिकारी द्वारा सेक्शन 221 के तहत तय की गई थी. यह पेनल्टी उस पेंडिंग टैक्स* राशि से ज्यादा नहीं हो सकती, जिसका आपको भुगतान करना होगा


निष्कर्ष

हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग ने इनकम टैक्स एक्ट की धारा 143(1) के तहत भेजी गई सूचना के बारे में सारी जानकारी साफ़ कर दी है. इससे पहले, टैक्सपेयर को यह सूचना सूचना मिलने के बाद, इनकम टैक्स ऑफिस में खुद को फिजकल रूप से उपलब्ध कराना पड़ता था. हालाँकि, टेक्नोलॉजी में हुई प्रगति की बदौलत अब आप बिना किसी परेशानी के जवाब दे सकते हैं और ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं.

अगर आप अपनी टैक्स प्लानिंग के लिए प्लान करना चाहते हैं, तो आप टाटा एआईए से लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हैं. लाइफ़ इंश्योरेंस पॉलिसी प्लान प्रीमियम राशि पर कई तरह के टैक्स* बेनिफिट के साथ-साथ मैच्योरिटी और डेथ बेनिफिट प्रदान करते हैं. हमारे टाटा एआईए लाइफ़ इंश्योरेंस प्लान्स किफ़ायती, ख़रीदने में आसान और ग्राहकों के अनुकूल हैं. ज़्यादा जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं.

L&C/Advt/2023/Jul/2320

टैक्स बचाने के लिए वित्तीय समाधान ढूंढ रहे हैं? हमारे विशेषज्ञ से बात करें

Are you an NRI?

+91 dropdown arrow
  • +93 Afghanistan


 

क्या आप नया इंश्योरेंस प्लान खरीदना चाहते हैं?

हमारे एक्सपर्ट्स को आपकी मदद करने दें!

+91

प्लान चुनें
  • टर्म प्लान
  • सेविंग प्लान
  • रिटायरमेंट प्लान
  • वेल्थ प्लान
  • मुझे नहीं पता/मुझे मदद चाहिए

लोग ऐसे ब्लॉग भी पढ़ना पसंद करते हैं

लोग ऐसे ब्लॉग भी पढ़ना पसंद करते हैं

Website Logo Image Icon

टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस

यह टाटा संस प्रा. लिमिटेड और एआईए ग्रुप लिमिटेड (एआईए) एक संयुक्त उद्यम है, टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस भारत में अग्रणी जीवन बीमा प्रदाताओं में से एक है. हम लाइफ इंश्योरेंस, टैक्स सेविंग और दूसरे विभिन्न विषय जैसे सेविंग और निवेश के बारे में भी यहाँ पोस्ट करते हैं जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। आप टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस नॉलेज सेंटर में विभिन्न ब्लॉग, लेख और पेज देख और पढ़ सकते हैं या किसी भी पूछताछ या सवाल के बारे में हमसे संपर्क कर सकते हैं!

टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस के सभी पोस्ट देखें

अस्वीकरण
  • इस प्रॉडक्ट के तहत इंश्योरेंस कवर उपलब्ध है.
  • ये प्रोडक्ट टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड द्वारा अंडरराइट किए गए हैं.
  • यह प्लान एक गारंटीड जारी किया गया प्लान नहीं हैं और यह कंपनी की अंडरराइटिंग और स्वीकृति के अधीन होगा.
  • जोखिम कारकों, नियमों और शर्तों के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर को ध्यान से पढ़ें.
  • यह ब्लॉग केवल जानकारी और उदाहरण के लिए है और यह किसी वित्तीय या निवेश सेवाओं के लिए अभिप्राय नहीं करता है और किसी ऑफ़र या सुझाव का हिस्सा नहीं है. यह जानकारी निवेश सलाह या किसी ख़ास सुरक्षा या कार्रवाई के संबंध में सुझाव के तौर पर नहीं है और इसे किसी ख़ास सुरक्षा या कार्रवाई के बारे में सुझाव के तौर पर नहीं माना जाना चाहिए.
  • कृपया अपने इंश्योरेंस एजेंट या इंटरमीडियरी या इंश्योरेंस कंपनी द्वारा जारी पॉलिसी दस्तावेज़ से संबंधित जोखिमों और लागू शुल्कों के बारे में जानकारी लें.
  • यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाता है कि प्रकाशन की तारीख तक इस ब्लॉग में दी गई सभी जानकारी सही हो, हालाँकि, इस सामग्री से संबंधित किसी भी तरह के नुकसान (गलतियों और चूक सहित लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं) के लिए टाटा एआईए लाइफ की कोई ज़िम्मेदारी नहीं होगी.
  • *मौजूदा इनकम टैक्स कानूनों के मुताबिक, इनकम टैक्स के बेनीफतस मिलेंगे, बशर्ते कि उनमें निर्धारित शर्तें को पूरा किया जाएं. इनकम टैक्स कानून समय-समय पर बदलाव के अधीन होते हैं. टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड इस दस्तावेज़ में कहीं भी बताए गए टैक्स संबंधी प्रभावों के लिए ज़िम्मेदारी नहीं लेता है. आपके लिए उपलब्ध टैक्स बेनिफिट जानने के लिए कृपया अपने टैक्स सलाहकार से सलाह लें.