आप वेल्थ बढ़ाने के साथ-साथ टैक्स कैसे बचा सकते हैं?
9-जुलाई-2021 |
आपका वित्तीय भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आज आप कितना कमाते हैं, बचत करते हैं और निवेश करते हैं. हालाँकि, आप चाहे कितना भी कमाएँ, अगर आप इसे समझदारी से निवेश नहीं करते हैं, तो आप अपने कॉर्पस का एक बड़ा हिस्सा खर्च कर सकते हैं. इसकी वजह यह है कि जैसे-जैसे आप अधिक राशि कमाते जाएंगे, आपकी टैक्स देनदारी बढ़ जाएगी. लेकिन अगर आप मौजूदा समय में टैक्स सेविंग* निवेश करते हैं, तो आप टैक्स बचा पाएँगे और अपने भविष्य के लिए काफी ज्याद पैसा भी जमा कर पाएँगे.
मार्केट आधारित सिक्योरिटीज़ में निवेश करके ज़्यादा रिटर्न कमाने का एक अच्छा तरीका है. हालांकि, मार्केट से जुड़े निवेश विकल्पों में भी हाई लेवल का जोखिम होता है. इसलिए, विशेषज्ञ एक अच्छी तरह से विविध पोर्टफोलियो बनाने की सलाह देते हैं, जिसमें मार्केट से जुड़ी सिक्योरिटीज़ के साथ-साथ बचत प्लान की तरह सुरक्षित निवेश विकल्प शामिल हों.
आइए चर्चा करते हैं कि कैसे एक बचत प्लान आपको टैक्स बचाने और अपनी संपत्ति को एक साथ बढ़ाने में मदद करता है:
सेविंग्स प्लान क्या होता है?
सेविंग प्लान टैक्स बचाने का एक विकल्प है जो आपको संपत्ति बढ़ाने के साथ-साथ टैक्स बचाने में भी मदद करता है. भारत में सेविंग प्लान को टैक्स बचाने वाले सबसे सुरक्षित निवेशों में से एक माना जाता है, क्योंकि वे मार्केट से लिंक नहीं होते हैं. सेविंग प्लान मूल रूप से लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी होती है, जिससे आप व्यवस्थित और अनुशासित निवेश कर सकते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि आप और आपका परिवार अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें.
भारत में एक सेविंग्स प्लान पर आपको बीमा और सुनिश्चित रिटर्न का दोहरा लाभ मिलता है. अगर सेविंग्स प्लान की अवधि के दौरान आपकी दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो जाती है, तो इंश्योरेंस कवर यह सुनिश्चित करता है कि आपका परिवार आर्थिक रूप से सुरक्षित रहे. परिवार को मिलने वाला डेथ बेनिफ़िट से वे अपने जीवन के खर्चों को पूरा करने, अपने जीवन स्तर को बनाए रखने और अपने जीवन के इच्छित लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं, भले ही आपकी मृत्यु हो जाए. भारत में सेविंग्स प्लान में आपको अतिरिक्त राइडर्स# चुनकर अपने बीमा कवर को बेहतर बनाने का विकल्प भी मिलता है.
वैकल्पिक रूप से, सेविंग प्लान द्वारा दिए जाने वाले सुनिश्चित रिटर्न से आपको जीवित रहने के दौरान अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है. आप रेगुलर इनकम के रूप में सेविंग्स प्लान से अपने बेनिफिट प्राप्त कर सकते हैं और इस पैसे का इस्तेमाल वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कर सकते हैं, जैसे कि अपने बच्चे की शिक्षा को स्पोंसर करना, अपने होम लोन की ईएमआई का भुगतान करना, कार खरीदना, दुनिया की यात्रा करना, रिटायरमेंट फंड बनाना और भी बहुत कुछ.
सुरक्षित लाइफ़ कवर के साथ सुनिश्चित रिटर्न देने के अलावा, सेविंग प्लान टैक्स बचाने का एक अच्छा विकल्प भी है. भारत में सेविंग्स प्लान के लिए आप जो प्रीमियम चुकाते हैं, वह इनकम टैक्स अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत टैक्स योग्य इनकम में से कटौती योग्य होती है. इसके अलावा, आपको मिलने वाला मेच्योरिटी बेनिफ़िट (चाहे लम्पसम या रेगुलर इनकम के रूप में) भी धारा 10(10D) के तहत टैक्स की छूट मिलती है. सेविंग प्लान की अवधि के दौरान आपकी दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने पर आपके परिवार को मिलने वाला डेथ बेनिफ़िट भी धारा 10(10D) के तहत टैक्स फ्री होता है.
ऐसा सही सेविंग प्लान चुनना, जो प्रतिस्पर्धी रिटर्न और सुविधाजनक सुविधाएँ प्रदान करता हो, जो आपकी ज़रूरतों को पूरा करता हो, आपके लिए सबसे अच्छे निवेश निर्णयों में से एक हो सकता है. भारत में एक सेविंग प्लान आपको एक तिगुना फायदा देता है. आपको टैक्स लाभ, बीमा कवर और सुनिश्चित फायदे मिलते हैं, जिनकी मदद से आप लंबी अवधि में महत्वपूर्ण राशि बना सकते हैं. सेविंग प्लान कम जोखिम वाले विकल्प के साथ अपनी बचत यात्रा शुरू करने का एक बेहतरीन साधन है, जो आपको बीमा सुरक्षा भी देता है.
टैक्स बचाने के लिए आपको सेविंग प्लान में कितना इन्वेस्ट करना चाहिए?
भारत में सेविंग प्लान को टैक्स बचाने वाला निवेश माना जाता है. टैक्स बचाने वाले अन्य विकल्पों की तुलना में, सेविंग प्लान सुरक्षित होते हैं और उनमें कम जोखिम होता है क्योंकि वे मार्केट से लिंक नहीं होते हैं. इसलिए, सेविंग प्लान में निवेश करने पर आपको मिलने वाले रिटर्न की गारंटी1 होती है और यह मार्केट के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होता है.
आदर्श रूप से, धारा 80C की मदद से आप टैक्स बचाने वाले इन्वेस्टमेंट, जैसे कि सेविंग प्लान, नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस), म्यूचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), यूलिप (यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान) वगैरह पर सालाना 1.5 लाख रु. तक की कटौती का फायदा ले सकते हैं टैक्स-सेविंग स्कीम का चुनाव आपकी जोखिम उठाने की क्षमता, निवेश की सीमा और वित्तीय उद्देश्यों पर निर्भर करता है.
मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट प्लान्स जो ज्यादा रिटर्न देते हैं, उनमें भी बहुत अधिक जोखिम होता है. हालांकि, अगर आप किसी सेविंग प्लान में निवेश करना चुनते हैं, तो आपको बीमा कवर के साथ सुरक्षित और प्रतिस्पर्धी रिटर्न मिलते हैं. इसलिए, अगर आप जोखिम से बचने वाले निवेशक हैं, तो आप सेविंग प्लान में इन्वेस्ट करके अपने टैक्स बचाने के फायदों को बढ़ा सकते हैं.
इसके अलावा, टैक्स बचाने वाले अन्य विकल्पों जैसे कि म्यूचुअल फंड और यूलिप के विपरीत, धारा 10(10D) के तहत आपको अपने सेविंग प्लान पर मिलने वाले रिटर्न पर पूरी तरह से टैक्स छूट दी जाती है. इसका मतलब है कि आप अपने सेविंग प्लान के लिए जो प्रीमियम चुकाते हैं, उस पर आपको टैक्स का फायदा मिलता है, जबकि इन प्लान से मिलने वाले पैसे पर टैक्स नहीं लगाया जा सकता है.
सेविंग प्लान में निवेश करने के अलग-अलग फ़ायदे क्या हैं?
सेविंग प्लान सभी तरह के निवेशकों के लिए फायदेमंद निवेश होता है - युवा या अनुभवी, कम इनकम कमाने करने वाले या अधिक इनकम करने वाले और जोखिम से बचने वाले या जोखिम लेने वाले. भारत में सेविंग प्लान में निवेश करने के कुछ बेहतरीन फ़ायदे इस प्रकार दिए गए हैं:
वित्तीय सुरक्षा: सेविंग प्लान आपको सुरक्षित लाइफ इंश्योरेंस कवर देता है, ताकि आपकी असमय मृत्यु और परिणामस्वरूप इनकम के नुकसान की स्थिति में आपके प्रियजनों को नुकसान न हो.
वित्तीय अनुशासन: जब आप किसी सेविंग प्लान में इन्वेस्ट करते हैं, तो आप अपनी इनकम का एक हिस्सा रेगुलर रूप से सेविंग प्लान में योगदान करते हैं. इससे आपको बचत करने और एक निर्धारित बजट के अंदर जीने की आदत डालने में मदद मिलती है, जिससे अनावश्यक ख़र्चों को रोका जा सकता है.
लॉन्ग-टर्म प्लानिंगः भारत में सेविंग प्लान रेगुलर प्रीमियम के ज़रिये आपके धन को बढ़ाकर समय के साथ धन इकट्ठा करने में आपकी मदद कर सकता है. इससे आपको अपने लक्ष्यों को व्यवस्थित रूप से पूरा करने में मदद मिलती है, चाहे वह संपत्ति ख़रीदना हो, अपने बच्चे की शिक्षा के लिए फ़ंड देना हो, अपने बच्चे की शादी को स्पोंसर करना हो या रिटायरमेंट के लिए नेस्ट एग बनाना हो.
टैक्स बेनिफिट्स: सेविंग प्लान में निवेश करने के सबसे महत्वपूर्ण फायदों में से एक है इन पॉलिसी द्वारा आपके द्वारा भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम पर टैक्स बेनिफिट और इन प्लान में मिलने वाले मेच्योरिटी और डेथ बेनिफिट.
कुल मिलाकर, टाटा एआईए लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी जैसे विश्वसनीय संस्थानों का सेविंग प्लान, क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट के साथ आता है और इसमें आपको प्रीमियम भुगतान फ्रीक्वेंसी (सिंगल, वार्षिक, अर्ध-वार्षिक, त्रैमासिक और मासिक) और मोड के मामले में अत्यधिक फ्लेक्सिबिलिटी के साथ उपरोक्त सभी फायदे मिलते हैं.
आप अपने सेविंग प्लान से रेगुलर मंथली या सालाना इनकम के रूप में या लम्पसम राशि के रूप में भी फायदे प्राप्त कर सकते हैं. टाटा एआईए के सेविंग्स प्लान में आपको राइडर# के ज़रिये अपना इंश्योरेंस कवर बढ़ाने और कानून के तहत टैक्स बचाने के सभी लागू प्रावधानों का फायदा उठाने का विकल्प भी मिलता है.
उज्जवल और सुरक्षित भविष्य के लिए स्मार्ट तरीके से निवेश करें!